तिथी
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माघ कृष्ण ८ (१७:२०)
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वार
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बुधवार
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नक्षत्र
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जेष्ठा (२८:२०)
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योग
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वज्र (३०:३७)
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करण
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तैतिल (२९:४८)
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अष्टका श्राद्ध
धर्मसिंधु नुसार षण्णवती म्हणजे एकूण ९६ श्राद्धे सांगितली
आहेत. ती पुढीलप्रमाणे :
अमावास्या
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१२
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युगादि
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४
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मन्वादि
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१४
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संक्रांति
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१२
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वैधृती
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१२
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व्यतिपात
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१२
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महालय
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१५
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अष्टका
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५
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अन्वष्टका
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५
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पूर्वेद्यु
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५
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एकूण
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९६
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यमघंट योग
२८:२०
नंतर बुधवारी मूळ नक्षत्र असल्यामुळे यमघंट योग होत आहे. हा योग नक्षत्र आणि वार यांच्या संयोगाने होतो. सर्व
शुभ कार्यासाठी हा योग वर्ज सांगितला आहे. पुढील स्थिती मध्ये हा योग होतो.
रविवार – मघा
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सोमवार – विशाखा
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मंगळवार – आर्द्रा
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बुधवार – मूळ
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गुरुवार – कृत्तिका
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शुक्रवार – रोहिणी
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शनिवार – हस्त
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संदर्भ :
दाते पंचांग
सुलभ ज्योतिष शास्त्र
इंटरनेट
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