तिथी
|
आश्विन वद्य १ (१४:०९)
|
वार
|
बुधवार
|
नक्षत्र
|
भरणी (२०:५०)
|
योग
|
सिद्धी (१४:३५)
|
करण
|
तैतिल (२४:३३)
|
इष्टि
इष्टि म्हणजे
यज्ञ.
यज्ञ
संस्थेतील विविध कामनांच्या पूर्तीसाठी जो विधानात्मक भाग असतो त्यास इष्टि
म्हणतात.
संदर्भ :
दाते
पंचांग
सुलभ
ज्योतिष शास्त्र
इंटरनेट
No comments:
Post a Comment